“ प्रेम की चिड़िया ”

बहुत छोटी सी कोई बात भी झकझोर देती है तो चिड़िया प्रेम की पल भर में जीना छोड़ देती है न जबरन बांधना इसको, संभलकर थामना इसको जरा सी चोट लग जाए तो ये दम तोड़ देती है l *** तड़पती हीर होगी आज भी राँझे की यादों में लिपट कर रो रही होगी समय … Continue reading “ प्रेम की चिड़िया ”